आदिवासी बहुल अंचल को प्रधानमंत्री मोदी की सौगात, 80 करोड़ की लागत से तैयार एयरपोर्ट से क्षेत्र में कनेक्टिविटी और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में वाराणसी से वर्चुअल माध्यम से सरगुजा जिले के अंबिकापुर में स्थित माँ महामाया एयरपोर्ट दरिमा के लोकार्पण समारोह से जुड़कर इस महत्वपूर्ण एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। इस मौके पर सरगुजा क्षेत्र के नागरिकों ने तालियों से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। यह एयरपोर्ट क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के अंतर्गत विकसित किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के दूरस्थ और आदिवासी क्षेत्रों को मुख्यधारा के साथ जोड़ना है।
365 एकड़ में फैला हवाई अड्डा: उन्नत सुविधाएँ और 72 सीटर विमान
माँ महामाया एयरपोर्ट दरिमा, जो 365 एकड़ में फैला हुआ है, को 80 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। यह एयरपोर्ट 3 सीवीएफआर कैटेगरी का है, जिसका अर्थ है कि यह खराब मौसम में भी उड़ानों को संचालित करने में सक्षम है। यहां 72 सीटर विमान आसानी से उतर सकते हैं। इसके अलावा, टर्मिनल बिल्डिंग को सालाना 5 लाख यात्रियों की क्षमता के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इस एयरपोर्ट का उन्नयन स्थानीय व्यापार और उद्योग के लिए भी एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
राज्यपाल रमेन डेका का संबोधन: सरगुजा के विकास में मील का पत्थर
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि यह दिन सरगुजा अंचल के लिए ऐतिहासिक है। माँ महामाया एयरपोर्ट का उद्घाटन इस क्षेत्र में विकास के नए दरवाजे खोलेगा। बस्तर के बाद सरगुजा प्रदेश का दूसरा बड़ा आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां इस प्रकार की सुविधा शुरू हो रही है। यह एयर कनेक्टिविटी सरगुजा के नागरिकों, व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए लाभप्रद साबित होगी, और यह छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का वक्तव्य: आदिवासी क्षेत्र के सपने का साकार होना
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह एयरपोर्ट सरगुजा के आदिवासी बहुल क्षेत्र के लोगों के वर्षों पुराने सपने का साकार होना है। यहां के लोग लंबे समय से यह उम्मीद कर रहे थे कि उनका क्षेत्र भी एयर कनेक्टिविटी से देश के अन्य हिस्सों से जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उद्देश्य देशभर में हवाई सेवाओं को सुलभ और सस्ता बनाना है, ताकि आम आदमी भी हवाई यात्रा का आनंद ले सके।
छत्तीसगढ़ में विमानन सेवाओं का विस्तार
इस एयरपोर्ट का लोकार्पण केवल सरगुजा के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए भी एक बड़ी खुशखबरी है। जगदलपुर, रायपुर और बिलासपुर जैसे अन्य महत्वपूर्ण हवाई अड्डों पर भी सुविधाओं का विस्तार किया गया है। इस प्रकार, माँ महामाया एयरपोर्ट दरिमा के उद्घाटन के साथ प्रदेश के आदिवासी अंचलों के लिए एक नई कनेक्टिविटी स्थापित हो रही है, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
निष्कर्ष: विकास की दिशा में एक बड़ा कदम
माँ महामाया एयरपोर्ट का उद्घाटन छत्तीसगढ़ के लिए विकास और कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत है। यह हवाई अड्डा केवल एक यातायात साधन नहीं है, बल्कि सरगुजा और उसके आसपास के क्षेत्रों के लिए विकास और समृद्धि के नए रास्ते खोलने वाला एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इससे आदिवासी समुदाय को भी बड़ा लाभ मिलेगा और वे मुख्यधारा के साथ तेज़ी से जुड़ पाएंगे।